दोस्तों क्या आपने कभी ऐसा मोर देखा है जिसका रंग पूरी तरह सफेद हो और क्या आपने कभी ऐसा शेर देखा है जिसका रंग पूरी तरह सफेद हो और क्या आपने कभी ऐसा कौवा देखा है जिसका रंग काला न होकर पूरी तरह सफेद हो और क्या आपने कभी ऐसा सांप देखा है जो बिल्कुल सफेद रंग का हो। नहीं ना।
तो दोस्तों हम इस आर्टिकल में हम आपको दुनिया के ऐसे ही 10 सबसे दुर्लभ सफेद जानवर (Rare White Animals) के बारें में बताएँगे। जिसे पढ़कर और देखने के बाद आपको अपनी आंखों पर विश्वास नहीं होगा। तो आइए बिना देर किए हुए जानते हैं दुनिया के उन 10 सबसे दुर्बल सफेद जानवरों (White Animals) के बारे में।
दुर्लभ सफेद जानवर (Rare White Animals):-
दुनिया में कई रंगों के जानवर पाए जाते है ,लेकिन दुर्लभ सफेद जानवरों (Rare White Animals) की झलक बहुत प्यारा और मनमोहक होती है। ये अद्वितीय जीव प्रकृति की अलौकिक चमत्कार की तरह हैं। चाहे पानी में रहने वाले सफ़ेद मगरमच्छ हो या घर के किसी कोने में कभी कभार दिखाई देने वाली सफ़ेद कॉकरोच ही क्यों न हो।
इन जानवरों में असाधारण सुंदरता है जो विस्मय और प्रशंसा जगाती है। ये दुर्लभ सफ़ेद जीव (White Animals) आश्चर्यजनक पवित्रता का प्रदर्शन करते हैं जो उन्हें अलग करती है। सफ़ेद जानवर, अपनी सुंदर उपस्थिति के साथ, प्यारा और श्रद्धा की भावना पैदा करते हैं, हमें जानवरों में मौजूद विविधता और जादू की याद दिलाते हैं।
(1) सफ़ेद मगरमच्छ (White Alligator):-
दोस्तों वैसे तो आपने काले और गहरे भूरे रंग के मगरमच्छ को देखा ही होगा लेकिन क्या आपने कभी सफेद रंग के मगरमच्छ को देखा है? नहीं ना। तो आइए आज हम आपको उनके बारे में बताते हैं। सफेद मगरमच्छ बहुत ही दुर्लभ सफ़ेद जानवर (White Animals) होते हैं और ये बहुत ही कम देखने को मिलते हैं।
सफेद मगरमच्छ को एल्बी मगरमच्छ भी कहा जाता है। ये नाक से पूंछ तक पूरी तरह सफेद होते हैं। जहां नार्मल मगरमच्छ की आंखें काली होती हैं वहीं सफेद मगरमच्छ की आंखें गुलाबी होती हैं। इन्हें देखकर ऐसा लगता है मानो किसी ने इन्हें सफेद रंग से रंग दिया हो। ये सफेद मगरमच्छ सिर्फ चिड़ियाघरों में ही देखने को मिलते हैं ।
इन सफेद मगरमच्छ को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है क्योंकि ये समान मगरमच्छ की तरह धूप में नहीं रह सकते और इनकी त्वचा भी समान मगरमच्छ की तुलना में अधिक नाजुक होती है। इतना ही नहीं पूरी दुनिया में सफेद मगरमच्छों की संख्या बहुत कम है जिसके कारण इनकी देखभाल और भी अधिक की जाती है ताकि इन खूबसूरत और अलग दिखने वाले जानवरों को बचाया जा सके।
(2) सफ़ेद कौवे (White Crows) :-
दोस्तों आज तक आपने काले कौवे के बारे में खूब सुना और देखा होगा लेकिन क्या आपने कभी सफेद कौवे के बारे में सुना है? नहीं सुने और नहीं देखे होंगे क्योंकि ये बहुत ही कम दिखाई देते हैं। सफेद कौवे को अलबीन कौवा भी कहा जाता है। इसके नख से पूरे शरीर सामान्य कौवे जैसे ही होते हैं लेकिन इनका रंग सफेद होता है।
इसके साथ ही इनके पंजे और टांग का रंग भी काला न होकर हल्का गुलाबी होता है। इसके चोंच भी सफेद होते हैं। वे बाकी कौवे के साथ ही रहते हैं और उनके जैसा ही खाना खाते हैं। बस ये उनसे ज्यादा खूबसूरत दिखाई देते हैं। इन सफेद कौवे को धूप में कुछ समस्याएं होती हैं जिसके कारण ये धूप में कम ही दिखाई देते हैं और अधिकतर सफेद कौवे पालतू होते हैं। यह कम दिखाई देते है,इसलिए सबसे दुर्लभ जीव है।
(3) सफ़ेद साँप (White Snake) :-
दोस्तों आप में से शायद ही कोई ऐसा होगा जिसने वाइट स्नैक को कभी देखा होगा क्योंकि ये स्नैक दुनिया में पाए जाने वाले सांपों में सबसे दुर्लभ जीवों में से एक होते हैं जो नॉर्मली लोगों को दिखाई नहीं देते हैं। इन सांपों का शरीर पूरी तरह सफेद होता है और इनकी आंखे रेड कलर की होती हैं और ये सफ़ेद साँप नार्मल साँप की तरह बहुत जहरीले नहीं होते।
ये साँप अपने सफ़ेद कलर होने की वजह से ये जंगल में एक जगह निवास भी नहीं सकते क्योंकि दूसरे जानवर इन पर अटैक करते रहते हैं। इसलिए आपको ज्यादातर चिड़ियाघरों में ही देखने को मिल सकते हैं। तो दोस्तों इतने प्यारे दुर्लभ सफेद जानवर को देखने का जरूर मन हो रहा होगा।
(4) सफेद हाथी (White Elephant) :-
सफेद हाथी को शायद कुछ लोगों ने देखा होगा। कुछ समय पहले तमिलनाडू की सड़कों पर सफेद हाथी को देखा गया था जिसमें उसको किसी तरह की झांकी में ले जाया जा रहा था। लेकिन कुछ लोगो को देखकर ऐसा लगा कि इस हाथी को वाइट पेंट किया गया है क्योंकि सफेद हाथी स्नो वाइट नहीं होता, वह हल्का रेडिश ब्राउन होता है जो गीला होने पर लाइट पिंक हो जाता है।
ज्यादातर थाईलैंड में पाए जाने वाले सफ़ेद हाथी को वहां के लोग एल्पाइन नहीं मानते। उन लोगों का मानना है कि सफेद हाथी शुध्दता का प्रतीक है। साथ ही ये लोग सफेद हाथी को शक्ति और रॉयल्टी का प्रतीक की तरह भी मानते है। वहीं हिन्दू धर्म के हिसाब से सफेद हाथी भगवान इंद्र का वाहन है, जिसका नाम ऐरावत है। अगर शॉर्टकट में कहे तो सफ़ेद हाथी को लोग काफी शुभ मानते है और उसकी पूजा करते है और इस प्रकार के दुर्लभ सफ़ेद जानवर (Rare White Animals) बहुत कम देखने को मिलता है।
(5) सफ़ेद कॉकरोच :-
अब ज़रा बात कर लेते है घर के उस सदस्य की जो लगभग हर रसोई में पाया जाता है यानि की कॉकरोच। क्योंकि ये आम जीव है तो इसको आपने आज से पहले भूरा कलर में देखा होगा ,जोकि इसका नॉर्मल कलर है। लेकिन आज आपको हम सफेद कॉकरोच के बारे में बताएँगे । यह कॉकरोच की कोई नई प्रजाति नहीं है बल्कि नॉर्मल कॉकरोच ही होते है जिनमें पिगमेंटेशन की प्रॉब्लम होती है।
कई बार सफ़ेद कॉकरोच का कुछ समय के बाद रंग बदल जाता है और वह ब्राउन कलर के हो जाते है। ऐसा किसी जादू या शक्ति की वजह से नहीं होता बल्कि जब उनके ऊपर नई स्किन आती है तब होता है। कई बार आपको अपने घरों में कॉकरोच की स्किन दिखाई देती होगी।
इसका मतलब है कि आपके घर में कोई सफेद कॉकरोच धीरे धीरे अपना रंग बदल रहा है और नया शरीर विकसित कर रहा है। मतलब भाईसाब आपके घर में जो कॉकरोच है उसकी स्किन एक्सफोलिएटिंग थैरेपी चल रही। तो आप यह समझे कि आपके घर के एक दुर्लभ सफ़ेद जीव (Rare White Animals) अपने नार्मल रंग में परिवर्तित हो रही है।
(6) सफ़ेद हंपबैक व्हेल (White Humpback Whale) :-
अब हम जिस जानवर की बात कर रहे है वो है पानी में रहने वाले एक दुलभ सफ़ेद जीव (White Animals) जिसका नाम है सफ़ेद हंपबैक व्हेल। यह दुलभ सफ़ेद जानवर जो देखने में काफी ज्यादा प्यारा और मनमोहक लगती है। सफ़ेद हंपबैक व्हेल की यह प्रजाति अंटार्कटिक ओशन में पाई जाती है।
जिनकी लंबाई 39 से 52 फीट तक होती है और वजन करीब 22 हज़ार किलो से 36 हज़ार किलो तक होता है। वैसे तो ये व्हेल ग्रे और सफ़ेद रंग में पाई जाती है लेकिन इनमें कुछ पूरी तरह सफेद होती है जिनको वाइट हंपबैक व्हेल कहते है। सफेद रंग की ये बड़ी हंपबैक व्हेल नीले समुद्र में तैरती हुई काफी सुंदर दिखाई देती है।
इन व्हेल का इंसानों के साथ व्यवहार काफी अच्छा होता है और ये दूसरी व्हेल के साथ भी अच्छी व्यवहार बनाकर रखती है। इन वेल्स की खास बात ये होती है कि ये अजीब तरह की आवाज निकालती है जिनमें पुरुष हंपबैक व्हेल ज्यादा तेज और ऊंची आवाज निकालते है। इस दुर्लभ सफ़ेद जीव (Rare White Animals ) को देखने के लिए लोग अक्सर नील समुद्र के किनारे इंतजार करते दिखाई जरूर देंगें।
(7) सफ़ेद जिराफ :-
सफ़ेद जिराफ केन्या में दुनिया का सबसे नायाब दुर्लभ सफ़ेद जानवर (Rare White Animals) देखने के लिए मिलता है। लेकिन दुख की बात है कि इस वक्त वाइट जिराफ पूरी दुनिया में बस एक ही बचा है, क्योंकि इसकी फैमिली के दो लोगों को शिकारियों ने मार दिया है। ये वाइट जिराफ स्किन पिगमेंटेशन की वजह से वाइट है।
इस खास और इकलौते वाइट जिराफ को बचाने के लिए उसमें एक तरह का जीपीएस ट्रैकिंग डिवाइस फिट किया गया है। सबसे पहले साल 2016 में सफ़ेद जिराफ को देखा गया था और कुछ समय बाद ये हेडलाइन बन गई। लोगों की नजरों में आने के बाद शिकारियों ने दो सफ़ेद जिराफ का शिकार कर लिया।
नॉर्मल जिराफ का लोग मीट और बॉडी पार्ट के लिए शिकार करते है और सफ़ेद जिराफ का शिकार करना तो फिर लोगों के लिए शान की बात है। जिराफ के लगातार हो रहे शिकार की वजह से IUCN ने इनको रेड लिस्ट में डाल दिया है।
(8) सफेद शेर :-
बच्चों से लेकर बड़ों तक शेर के बारे में तो हर कोई जानता है लेकिन सफेद शेर के बारे में आपने सुना हो यह थोड़ा मुश्किल है। सफेद शेर काफी दुर्लभ सफ़ेद जानवर (White Animals) की श्रेणी में आते है, जिसकी वजह से इनको जंगलों में नहीं बल्कि जू में ही देखा जाता है।
इन सफेद शेरों का रंग पिगमेंटेशन की वजह से ही सफेद होता है। सबसे पहले सफ़ेद शेर को वर्ष 1938 में देखा गया था और 1977 में तीन सफ़ेद शेर ही बचे थे। जिनको जू में रखा गया और देखभाल की गई। जिससे इनकी संख्या तीन से अब वर्तमान लगभग 3100 से 5000 में होने के अनुमान हैं।
रंग उत्परिवर्तन की वजह से सफ़ेद शेर के बच्चे भी ज्यादातर सफेद ही होते है जो इनकी संख्या को बढ़ाने में मदद करते है। साउथ अफ्रीका में वाइट लायन्स को लीडरशिप और गर्व का प्रतीक माना जाता है। यह सफ़ेद जानवर (White Animals) भारत के शुम्भ नामक स्थान और नेपाल में पाए जाते हैं।
(9) सफेद अल्बिनो ऑरंगुटान :-
अब जिस दुर्लभ सफ़ेद प्राणी को आप जानने वाले हैं वह काफी दुर्लभ और स्पेशल है। ये है सफ़ेद ऑरंगुटान जिसे एल्बा नाम से जाना जाता है। यह नाम बाघिनों की वजह से दिया गया है। स्थानीय लोगों ने एक बार इस सफेद अल्बिनो ऑरंगुटान को 2017 में इंडोनेशिया के कालीमंतन के एक गांव के रेगिस्तान में काफी बुरी स्थिति में देखा था।
इसके बाद इन लोगों ने स्टेबिलिटी टीम को इत्तिला दी। इंक्वायरी टीम ऑरंगुटान को अपने साथ ले गई और इस पर ध्यान दिया गया। उस समय उसकी उम्र लगभग 5 वर्ष आंकी गई थी।कुछ समय बाद स्टेक टीम ने वापस इंडोनेशिया के जंगलों में छोड़ दिया।
लेकिन ये ऑरंगुटान वही दूसरी जगह के साथ मिल नहीं पा रहा था। जिसके बाद स्टेक टीम ने अपने साथ वापस ले लिया और करीब 20 महीने तक अपने साथ रखा। साल 2018 में वापस उसी जंगल में छोड़ दिया जहां ये अब आराम से रह रही हैं।
दरअसल,अल्बा की सफ़ेद रंग ऐल्बिनिज़म के कारण होती है, एक आनुवंशिक स्थिति जिसके कारण मेलेनिन का उत्पादन कम हो जाता है, जिससे सफेद बाल, पीली त्वचा और नीली आँखें हो जाती हैं। इसलिए एल्बा सबसे दुर्लभ सफ़ेद जानवर (Rare White Animals) है।
(10) सफेद गिलहरी :-
अब सबसे आखिर में आपको बताते हैं वह जानवर जो हर जगह पाया जाता है और ये काफी क्यूट और छोटा होता है। ये है गिलहरी जो पहले से ही काफी खूबसूरत लगती है। लेकिन अगर बात करें सफ़ेद गिलहरी की तो शायद कोई दूसरा जानवर इस लिस्ट में इनकी जगह नहीं ले पाएगा।
इस सफ़ेद गिलहरी को देख पाना काफी ज्यादा मुश्किल है क्योंकि ये दुनिया में काफी कम संख्या में है। एक रिसर्च की मानें तो सफ़ेद गिलहरी की संख्या 10 लाख नॉर्मल गिलहरी में एक है। यही वजह है कि ये कम ही देखने को मिलती है। इसलिए यह दुर्लभ सफ़ेद प्राणी के श्रेणी आता है।
कई जगहों पर तो इस सफ़ेद गिलहरी को शांति का प्रतीक और लकी भी माना जाता है। अगर कोई पहली बार सफ़ेद गिलहरी को देखेगा तो वो इसको सफेद चूहा समझने की गलती कर सकता है। क्योंकि अगर पूंछ पर ज्यादा ध्यान न दे तो ये सफेद चूहे जैसी ही लगती है।
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कितनी कमाल की बात है ना कि हम दुनिया में रंग ढूंढते है और अट्रैक्टिव कलर को खूबसूरत मानते है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा था कि बिना रंग के सफेद जानवर भी इतने प्यारे लग सकते है। अगर अब आपसे कोई पूछे कि आपको सबसे अच्छा रंग कौन सा लगता है तो क्या आप सफेद कहेंगे? तो दोस्तों, इस आर्टिकल में शीर्ष दस दुर्लभ सफ़ेद जानवर (Top 10 Rare White Animals) के बारे जानकारी यही तक था। आपको सबसे अच्छा सफेद जानवर कौन सा लगा हमें कमेंट करके जरूर बताएं। धन्यवाद् दोस्तों !
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