जब कभी हमारे सामने मछलियों का जिक्र होता है तो आंखों में कई रंग बिरंगी, खूबसूरत और छोटी बड़ी मछलियों की शक्ल घूमने लगती है। लेकिन असलियत में देखें तो मछलियों का जहान हमारी सोच से भी बहुत बड़ा है। जैसे अगर हम आपसे पूछें कि क्या आपने कभी किसी Machhali को चलते हुए देखा है या क्या आप ऐसी Machhali के बारे में जानते हैं ,जो उड़ती हो या अगर आपके सामने कोई हाथी के मुंह वाली मछली आ जाए तो क्या हो?
तो हम आज के इस ब्लॉग में आपके लिए कुछ ऐसी Jaadui Machhali के बारे में जानकारी लेकर आए हैं जिनके बारे में पढ़कर आप भी सोच में पड़ जाएंगे कि क्या ये सच है। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में।
(1) ग्लास कैटफिश :-
आपने अपने आसपास कई ऐसी मछलियां देखी होंगी जो दिखने में बेहद सुंदर और अलग अलग रंगों वाली हैं। लेकिन क्या कभी आपने ऐसी Jaadui Machhali देखी है जिसका कोई रंगी ना हो। कोई बात नहीं। आपको जिस ग्लास कैटफिश के बारे में बता रहे हैं इसका शरीर पूरी तरह से ट्रांसपेरेंट है। यहां तक की अगर ये किसी पौधे या किसी दूसरी चीज के भी सामने आ जाएं तो आपको पता नहीं चल पाएगा कि वहां ये मछली मौजूद है।
वैसे ये ग्लास कैट फिश को अपने शरीर का फायदा भी मिलता है क्योंकि चाहे कोई शिकारी भी इसके पास से गुजर जाए तो उसे भी इसके वहां होने का एहसास नहीं होता और ये बच जाती है। अपने नाम की तरह अपने काम जैसे शरीर के कारण ये और भी खूबसूरत दिखाई देती है। तो क्या कहते हैं ,ये Jaadui Machhali है ना प्रकृति का बेहतरीन करिश्मा।
(2) आर्चर फिश:-
इस Jaadui Machhali का नाम ही इसके बारे में कई बातें बयां कर देता है क्योंकि इसके नाम में ही इसका हुनर छुपा हुआ है। जैसे हम पौराणिक कथाओं में अर्जुन को उनकी तीरंदाजी के लिए जानते हैं, वैसे ही इस मछली को भी अपने निशाने के लिए ही जानते है। इसलिए इसको आर्चर फिश नाम मिला हुआ है।
दरअसल ये सुन्दर मछली (Beautiful Fish)अपने मुंह से एक तेज पानी की धार निकालती है और सीधे अपने शिकार पर तेज मारती है। इसका निशाना भी इतना सटीक होता है कि बहुत कम चांस ऐसे आते हैं जब ये अपने शिकार को मारने से चूकती है। इसकी नजरें इतनी तेज हैं कि ये पानी के बाहर भी अपने शिकार को देख लेती हैं और पानी की तेज धार से कीड़े को पानी में गिराकर उसे चट कर जाती है।
दिखने में छोटी सी है ,लेकिन ये मछली करीब चार फीट तक पानी को फेंक सकती है। जबकि कई बार तो खुद ही पानी के बाहर छलांग लगाकर शिकार को पकड़ लेती है। ये खारे पानी की मछली है, जिसे आमतौर पर इंडिया, फिलिपींस, इंडोनेशिया,न्यूगिनी जैसी जगहों पर देखा जाता है।
(3) हैंड फिश:-
इन मछलियों के बारे में यह बात तो जगजाहिर है कि पानी में तैर कर ही अपनी लाइफ स्पेंड करती हैं। लेकिन हम आपको जिस हैंड फिश के बारे में बता रहे हैं वो तैरने के साथ ही पानी के अंदर चलने में भी माहिर होती है। जी हां, बिल्कुल सही पढ़ा आपने। ये हैंड फिश पानी के अंदर चल भी सकती है और इसके लिए अपने पंखों का उपयोग करती है जो काफी हद तक पैरों की तरह ही नजर आते हैं।
इन हैंड फिश की ही एक और प्रजाति है रेड हैंड फिश जिसके लाल हाथ इसकी पहचान बने हुए हैं। इस मछली को कई बार पानी के तल में अपने फैन की मदद से चलते हुए भी देखा गया है। दरअसल हैंड फिश की ये मछली इंसानों के हाथ की तरह दिखाई देती हैं और इनकी समुद्री तल में चलने में मदद करते हैं। मगर इनके बारे में एक बुरी बात है कि दुनिया में रेड हैंड फिश की 100 से भी कम मछलियां ही जीवित हैं जिस कारण ये मुश्किल से ही देखने को मिलती हैं।
(4) क्लाइम्बिंग पर्च फिश :-
हमने बचपन से यही सुना है कि मछली जल की रानी है। जीवन इसका पानी है और बाहर निकालो तो मर जाएगी। मगर असल दुनिया में कुछ मछलियां ऐसी भी हैं जो पानी के बाहर भी निकल जाती हैं और मरती भी नहीं,तो है ये Jaadui Machhali .|तो एक ऐसी मछली है क्लाइम्बिंग फिश जो पानी से बाहर भी निकलती है और ज़मीन पर भी चलती है।
लेकिन इनकी जो सबसे बड़ी खासियत है वो ये कि ये बिना किसी डर के पेड़ों पर भी चढ़ने में माहिर होती हैं। जिस कारण इनका नाम क्लाइम्बिंग पर्च फिश रखा गया है। दरअसल इस मछली के शरीर पर कुछ तेज धारदार कांटे होते हैं जिनकी मदद से ये पेड़ पर चढ़ जाती हैं। इसकी मदद करने के अलावा इसके कांटे इतने तेज होते हैं कि किसी की जान के दुश्मन बन सकते हैं।
इसके बावजूद भी कई देशों में इसे बड़े चाव से खाया जाता है। लेकिन इससे पहले इसके सारे कांटे निकाल दिए जाते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि ये मछलियां पानी के बिना भी करीब 10 घंटों तक जिंदा रह लेती हैं।
(5) Jaadui machhali -फ्लाइंग फिश :-
आपने जमीन पर चलने वालों से लेकर पेड़ पर चढ़ने वाली मछलियों को भी देख लिया है। लेकिन क्या आपने कभी किसी उड़ने वाली मछली को देखा है? यदि नहीं तो चलिए हम आपको एक ऐसी मछली के बारे में बताते हैं, जो उड़ भी सकती । हालांकि ये बहुत दूर तक तो नहीं जा पाती लेकिन दूसरी मछलियों की तुलना में काफी टाइम तक हवा में ही रहती हैं।
इस मछली का नाम है फ्लाइंग फिश जो 60 किलोमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से उड़ सकती है। ये मछलियां पानी की सतह से करीब चार फीट की ऊंचाई तक चली जाती हैं। इनका उड़ने का तरीका बेहद अलग है। दरअसल, जब ये उड़ने के लिए तैयार होती हैं तो अपने पंखों को शरीर के पास रखकर पूंछ को एक सेकेंड में लगभग 70 बार तेजी से फड़फड़ाती हैं और जैसे ही आगे बढ़ने लगती है तो अपने पंखों को खोल देती हैं और उड़ जाती हैं।
अपनी इसी कला के चलते आसानी से किसी के हाथ भी नहीं आती और एक बार में करीब साढ़े 600 फीट तक उड़ सकती हैं।
नील समुन्द्र की अथाह गहराई में हमारी कल्पना से दूर जादूई मछली का आश्चर्य की रहस्यमय दृश्य छिपा है। ये जादुई मछली केवल कुछ भाग्यशाली लोगों को दिखाई देती है। सपनों की तरह मायावी और तारों की धूल की तरह प्रतिभाशाली, ये अलौकिक प्राणी पानी में तैरते हुए कभी -कभार दिखाई देते है और ये अपनी जादू की लहरें छोड़ते हैं।
हमें याद दिलाते हैं कि जीवन की सुंदरता अक्सर खुले दिल और आश्चर्य से भरी आँखों वाले लोगों के सामने प्रकट होती है। ऐसी सुन्दर और खूबसूरत नीले जीव की दर्शन के कई घंटों और कई दिनों के इंतजार के बाद मिलती है। जादूई मछली आकस्मिकता की एक कहानी बुनती है, जो हमें हमारे चारों ओर मौजूद आकर्षण को अपनाने और संजोने के लिए आमंत्रित करती है।